पंचायत 4 रिव्यू: फुलेरा का जादू बरकरार या सियासत पड़ गई सब पर भारी?

पंचायत 4 रिव्यू: फुलेरा का जादू बरकरार या सियासत पड़ गई सब पर भारी?

जिसका हम सबको बेसब्री से इंतज़ार था, वो घड़ी आ ही गई। फुलेरा गाँव की दुनिया में हमें वापस ले जाने वाला, पंचायत का सीज़न 4 अमेज़न प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हो चुका है। आते ही यह शो ट्रेंडिंग में नंबर 1 पर तो पहुँच गया, लेकिन सोशल मीडिया पर दर्शकों की राय बँटी हुई है।

तो सवाल यह है कि क्या सचिव जी, प्रधान जी और बनराकस की तिकड़ी इस बार भी वही जादू चलाने में कामयाब रही? या चुनावी राजनीति की गंभीरता ने फुलेरा की मासूमियत को कहीं खो दिया है? आइए जानते हैं।

क्या है खास, जो अब भी दिल जीत रहा है?

पंचायत की सबसे बड़ी ताकत हमेशा से इसके अपने से लगने वाले किरदार रहे हैं, और सीज़न 4 में भी वे ही शो की जान हैं।

  • वही पुराने, प्यारे किरदार: प्रधान जी का भोलापन, विकास की दोस्ती, और प्रह्लाद का ठहराव आज भी आपको स्क्रीन से बाँधे रखता है। सचिव जी (जितेंद्र कुमार) इस बार ज़्यादा परिपक्व और फुलेरा के रंग में रंगे हुए नज़र आते हैं।
  • बिनोद का भौकाल: इस सीज़न के असली हीरो बनकर उभरे हैं अशोक पाठक यानी ‘बिनोद’। उनके किरदार को जिस तरह से परतें दी गई हैं, वह काबिले-तारीफ़ है।
  • कहानी का emotional core: हँसी-मजाक के अलावा, पंचायत हमेशा मानवीय भावनाओं को छूने का काम करती है, और यह सिलसिला इस सीज़न में भी जारी है।

कहाँ रह गई थोड़ी कसर?

कई प्रशंसकों का मानना है कि इस बार फुलेरा का माहौल थोड़ा बदला-बदला सा लगा।

  • धीमी रफ्तार: कुछ लोगों को शो की गति पिछले सीज़न्स के मुकाबले धीमी लगी। कहानी मुख्य रूप से चुनाव पर केंद्रित है, जिससे कुछ एपिसोड खिंचे हुए लगते हैं।
  • कॉमेडी कम, पॉलिटिक्स ज़्यादा: फुलेरा की पहचान उसकी सादगी और छोटे-छोटे मज़ेदार किस्सों से थी। इस बार, चुनावी दाँव-पेंच और तनाव ज़्यादा हावी रहा, जिससे हल्की-फुल्की कॉमेडी थोड़ी कम हो गई।
  • पुराने जादू की कमी: कुछ वफ़ादार दर्शकों का कहना है कि सीज़न 1 और 2 वाला भोलापन और मासूमियत इस बार की गंभीर राजनीति के नीचे कहीं दब सी गई।

देखें या न देखें? – हमारा फैसला

अगर आप यह सोचकर सीज़न 4 देखेंगे कि आपको पहले जैसा ही हल्का-फुल्का मनोरंजन मिलेगा, तो शायद आप थोड़ा निराश हो सकते हैं। लेकिन अगर आप फुलेरा के किरदारों को उनके जीवन के अगले पड़ाव में देखने के लिए उत्सुक हैं, तो यह सीज़न आपके लिए ही है।

पंचायत सीज़न 4 एक ऐसी खीर है जिसमें इस बार मिठास थोड़ी कम और सियासत का मसाला थोड़ा ज़्यादा है, लेकिन स्वाद अब भी फुलेरा का ही है। यह शायद अब तक का सबसे बेहतरीन सीज़न न हो, लेकिन यह निश्चित रूप से एक ज़रूरी सीज़न है, जो कहानी को एक नई और गंभीर दिशा में ले जाता है।

आगे क्या? सीज़न 5 कब आएगा?

सीज़न 4 वहाँ खत्म होता है जहाँ से दर्शकों के मन में कई सवाल शुरू हो जाते हैं। चुनाव का नतीजा, सचिव जी का भविष्य, और प्रधान जी पर गोली किसने चलाई? इन सभी सवालों के जवाब के लिए प्रशंसक अभी से सीज़न 5 का इंतज़ार कर रहे हैं।

खुशखबरी यह है कि शो के लेखक और कलाकारों ने पुष्टि की है कि सीज़न 5 पर काम शुरू हो चुका है। हालांकि कोई आधिकारिक तारीख घोषित नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद की जा रही है कि पंचायत का सीज़न 5, 2026 के मध्य या अंत तक रिलीज़ हो सकता है। तब तक, हमें फुलेरा की अगली कहानी का इंतज़ार करना होगा!

Comments

No comments yet. Why don’t you start the discussion?

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *