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सावन मास में वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन कैसे करें?

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग

सावन मास में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का विशेष महत्व है। इनमें से एक महत्वपूर्ण ज्योतिर्लिंग वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग झारखंड के देवघर में स्थित है। इसे बाबा बैद्यनाथ धाम के नाम से भी जाना जाता है और यह भारत के सबसे पवित्र शिव मंदिरों में से एक है।

वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग: एक परिचय

झारखंड के देवघर में स्थित वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित हैं, जिनमें सबसे प्रसिद्ध रावण द्वारा शिवलिंग को लंका ले जाने का प्रयास और भगवान विष्णु द्वारा उसे रोकने की कहानी है। यह मंदिर मनोकामना लिंग के रूप में भी जाना जाता है, जहाँ भक्तों की सभी इच्छाएँ पूरी होती हैं।

सावन मास में वैद्यनाथ दर्शन का महत्व

सावन मास में वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन और जलाभिषेक का विशेष महत्व है। इस दौरान लाखों कांवड़िये सुल्तानगंज से पवित्र गंगाजल लेकर पैदल यात्रा करते हुए देवघर पहुँचते हैं और बाबा वैद्यनाथ का जलाभिषेक करते हैं। इस यात्रा को ‘कांवड़ यात्रा’ कहा जाता है, और यह भक्ति, त्याग और अटूट विश्वास का प्रतीक है। सावन में यहाँ का वातावरण शिवमय हो जाता है और भक्तों की भीड़ देखते ही बनती है।

वैद्यनाथ कैसे पहुँचें?

देवघर (वैद्यनाथ धाम) पहुँचने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं:

सावन में दर्शन के लिए तैयारी

सावन मास में वैद्यनाथ धाम में भक्तों की भारी भीड़ होती है, खासकर कांवड़ यात्रा के कारण। इसलिए पहले से तैयारी करना महत्वपूर्ण है:

दर्शन के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

आस-पास के दर्शनीय स्थल

वैद्यनाथ दर्शन के साथ आप आसपास के कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का भी भ्रमण कर सकते हैं:

आइए, इस सावन मास में हम सभी:

सावन 2025 का यह पवित्र महीना आपके जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और अपार भक्ति लाए। हर हर महादेव!

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