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सावन मास 2025: प्रेरणा और भक्ति का पवित्र महीना और सोमनाथ ज्योतिर्लिंग दर्शन

सावन मास 2025

सावन मास का महीना भगवान शिव को समर्पित है। ऐसी मान्यता है कि इस दौरान भगवान शिव अपनी ससुराल गए थे और उनका अभिषेक किया गया था, जिससे उन्हें ‘नीलकंठ’ कहा जाने लगा। यह महीना हमें प्रकृति के साथ जुड़ने और उसके नवजीवन का जश्न मनाने का अवसर भी देता है। चारों ओर फैली हरियाली और वर्षा की बूँदें हमें जीवन के चक्र और ईश्वर की अनंत कृपा का स्मरण कराती हैं।

सावन मास में प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ के दर्शन कैसे करें?

सावन का महीना भगवान शिव की भक्ति का सबसे पावन समय होता है। इस दौरान देश के 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का विशेष महत्व है। इनमें से प्रथम ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर, गुजरात में स्थित है, जिसके दर्शन से भक्तों को असीम पुण्य की प्राप्ति होती है। आइए जानें सावन मास में सोमनाथ ज्योतिर्लिंग के दर्शन की पूरी जानकारी:

सोमनाथ ज्योतिर्लिंग: एक परिचय

गुजरात के वेरावल के पास प्रभास पाटन में स्थित सोमनाथ मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से पहला माना जाता है। यह मंदिर अरब सागर के तट पर स्थित है और इसका इतिहास कई बार विध्वंस और पुनर्निर्माण का साक्षी रहा है, जो इसकी अविनाशी आस्था का प्रतीक है।

सावन मास में सोमनाथ दर्शन का महत्व

सावन मास में सोमनाथ के दर्शन और जलाभिषेक करने से भगवान शिव अत्यंत प्रसन्न होते हैं। इस दौरान मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना और अनुष्ठान किए जाते हैं, जिससे वातावरण और भी भक्तिमय हो जाता है। सावन के सोमवार को यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

सोमनाथ कैसे पहुँचें?

सोमनाथ पहुँचने के लिए कई विकल्प उपलब्ध हैं:

सावन में दर्शन के लिए तैयारी

सावन मास में सोमनाथ में भक्तों की भारी भीड़ होती है, खासकर सोमवार को। इसलिए पहले से तैयारी करना महत्वपूर्ण है:

दर्शन के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें

आस-पास के दर्शनीय स्थल

सोमनाथ दर्शन के साथ आप आसपास के कुछ अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का भी भ्रमण कर सकते हैं:

आइए, इस सावन मास में हम सभी:

सावन 2025 का यह पवित्र महीना आपके जीवन में सुख, शांति, समृद्धि और अपार भक्ति लाए। हर हर महादेव!

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