दीपावली

दीपावली 2025: भारत के अलावा इन देशों में भी मनाई जाती है दीवाली | Dipawali 2025

दीपावली, जिसे दीवाली या दीपोत्सव के नाम से भी जाना जाता है, हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण और भव्य त्योहार है। यह प्रकाश, समृद्धि, और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। भारत में यह पर्व कार्तिक मास की अमावस्या को पांच दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दीवाली की रौनक केवल भारत तक सीमित नहीं है? विश्व भर के कई देशों में भारतीय समुदाय और स्थानीय लोग इस त्योहार को उत्साह के साथ मनाते हैं। यह पर्व न केवल धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह सांस्कृतिक एकता और सामाजिक मेलजोल को भी बढ़ावा देता है। इस लेख में हम जानेंगे कि दीपावली 2025 भारत के अलावा किन-किन देशों में मनाई जाएगी, इसकी तिथि, और इसके वैश्विक महत्व के बारे में।

दीपावली 2025: तिथि और शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार, दीपावली 2025 में 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। यह पांच दिवसीय उत्सव निम्नलिखित तिथियों पर होगा:

  • धनतेरस: 18 अक्टूबर 2025 (शनिवार) – धन्वंतरि, कुबेर, और माँ लक्ष्मी की पूजा। शुभ मुहूर्त: शाम 06:54 बजे से 08:26 बजे तक।
  • नरक चतुर्दशी (छोटी दीवाली): 19 अक्टूबर 2025 (रविवार) – यमराज और हनुमान जी की पूजा। शुभ मुहूर्त: सुबह 06:17 बजे से 08:39 बजे तक।
  • दीपावली (मुख्य दिन): 20 अक्टूबर 2025 (सोमवार) – माँ लक्ष्मी, गणेश, और कुबेर की पूजा। लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त: शाम 06:55 बजे से 08:31 बजे तक।
  • अन्नकूट/गोवर्धन पूजा: 21 अक्टूबर 2025 (मंगलवार) – भगवान कृष्ण की पूजा। शुभ मुहूर्त: सुबह 06:18 बजे से 08:40 बजे तक।
  • भाई दूज: 23 अक्टूबर 2025 (गुरुवार) – भाई-बहन के प्रेम का पर्व। तिलक का शुभ मुहूर्त: दोपहर 01:17 बजे से 03:31 बजे तक।

नोट: तिथियाँ स्थानीय पंचांग के आधार पर भिन्न हो सकती हैं। सटीक समय के लिए स्थानीय पंडित से संपर्क करें।

भारत में दीपावली

भारत में दीपावली को दीपों का उत्सव कहा जाता है। यह पर्व भगवान राम के 14 वर्ष के वनवास के बाद अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है। लोग अपने घरों को दीयों, रंगोली, और फूलों से सजाते हैं। माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा की जाती है, मिठाइयाँ बाँटी जाती हैं, और आतिशबाजी की जाती है। यह पर्व हिंदू, जैन, और सिख समुदायों में अलग-अलग कारणों से मनाया जाता है। जैन धर्म में यह भगवान महावीर के निर्वाण का दिन है, जबकि सिख समुदाय इसे बंदी छोड़ दिवस के रूप में मनाता है।

भारत के अलावा दीपावली मनाने वाले देश

दीपावली की चमक विश्व के कई देशों में फैली हुई है, जहाँ भारतीय समुदाय और स्थानीय लोग इसे उत्साह के साथ मनाते हैं। यहाँ कुछ प्रमुख देशों के बारे में जानकारी दी गई है:

  1. नेपाल:
    • नेपाल में दीपावली को तिहार या स्वांति के नाम से मनाया जाता है। यह पाँच दिनों का उत्सव है, जिसमें प्रत्येक दिन का अलग महत्व है। पहले दिन कौआ (काग तिहार), दूसरे दिन कुत्ते (कुकुर तिहार), तीसरे दिन गाय और माँ लक्ष्मी की पूजा (गाई तिहार), चौथे दिन यमराज की पूजा (गोरु तिहार), और पाँचवें दिन भाई दूज (भाई तिहार) मनाया जाता है।
    • लोग अपने घरों को दीयों और रंगोली से सजाते हैं। काठमांडू और पोखरा जैसे शहरों में यह पर्व भारत की तरह ही धूमधाम से मनाया जाता है।
  2. मलेशिया:
    • मलेशिया में, जहाँ 63% भारतीय और 80% हिंदू आबादी है, दीपावली को हरि दीवाली के नाम से जाना जाता है। यह एक राष्ट्रीय अवकाश है। लोग मिट्टी के दीये जलाते हैं, मंदिरों में पूजा करते हैं, और मिठाइयाँ बाँटते हैं।
    • कुआलालंपुर और पेनांग जैसे शहरों में सांस्कृतिक कार्यक्रम और आतिशबाजी आयोजित की जाती है।
  3. श्रीलंका:
    • श्रीलंका में दीपावली को हिंदू समुदाय द्वारा उत्साह के साथ मनाया जाता है। लोग अपने घरों को दीयों से सजाते हैं और मंदिरों में विशेष पूजा करते हैं। यह पर्व तमिल समुदाय के बीच खासतौर पर लोकप्रिय है।
    • कोलंबो और जाफना में दीपावली की रौनक देखने लायक होती है।
  4. मॉरीशस:
    • मॉरीशस, जिसे अक्सर ‘छोटा भारत’ कहा जाता है, में दीपावली एक राष्ट्रीय अवकाश है। यहाँ की अधिकांश आबादी भारतीय मूल की है। लोग दीये जलाते हैं, मिठाइयाँ बनाते हैं, और सामुदायिक उत्सव आयोजित करते हैं।
    • मॉरीशस में दीपावली की सजावट और उत्सव भारत की तरह ही भव्य होते हैं।
  5. फिजी:
    • फिजी में भारतीय मूल के लोग दीपावली को राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाते हैं। यहाँ मंदिरों में पूजा, सांस्कृतिक नृत्य, और आतिशबाजी के आयोजन होते हैं। लोग नए कपड़े पहनते हैं और मिठाइयाँ बाँटते हैं।
    • सुवा और नादी जैसे शहरों में दीपावली की रौनक देखने योग्य होती है।
  6. अमेरिका:
    • अमेरिका में भारतीय समुदाय दीपावली को धूमधाम से मनाता है। न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी, और कैलिफोर्निया जैसे राज्यों में मंदिरों में विशेष पूजा और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
    • व्हाइट हाउस में भी दीपावली का उत्सव मनाया जाता है, जिसमें दीये जलाए जाते हैं।
  7. ब्रिटेन:
    • ब्रिटेन में, खासकर लंदन और लेस्टर में, दीपावली का उत्सव भव्य होता है। लेस्टर का दीपावली मेला यूरोप में सबसे बड़ा माना जाता है, जहाँ हजारों लोग आतिशबाजी और सांस्कृतिक प्रदर्शनों का आनंद लेते हैं।
    • लोग घरों को दीयों से सजाते हैं और मिठाइयाँ बाँटते हैं।
  8. जापान:
    • जापान में दीपावली का उत्सव भारतीय समुदाय द्वारा मनाया जाता है। लोग अपने बगीचों में लालटेन और कागज के पर्दे लटकाते हैं, और नाच-गाना करते हैं। कुछ जगहों पर बोटिंग का भी आयोजन होता है।
    • योकोहामा और टोक्यो में दीपावली की सांस्कृतिक झलक देखने को मिलती है।
  9. म्यांमार:
    • म्यांमार में भारतीय समुदाय दीपावली को धूमधाम से मनाता है। यहाँ लोग मंदिरों में पूजा करते हैं, मिठाइयाँ बनाते हैं, और लोक नृत्य व गीतों का आयोजन करते हैं।
    • यंगून में दीपावली का उत्सव विशेष रूप से लोकप्रिय है।
  10. पाकिस्तान:
    • पाकिस्तान में हिंदू समुदाय, विशेष रूप से सिंध और कराची में, दीपावली को उत्साह के साथ मनाता है। लोग दीये जलाते हैं, मिठाइयाँ बाँटते हैं, और आतिशबाजी करते हैं।
  11. ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, और न्यूजीलैंड:
    • इन देशों में भारतीय समुदाय दीपावली को सांस्कृतिक कार्यक्रमों, मंदिर पूजा, और आतिशबाजी के साथ मनाता है। सिडनी, टोरंटो, और ऑकलैंड में दीपावली के मेले आयोजित किए जाते हैं।

दीपावली का वैश्विक महत्व

दीपावली का वैश्विक स्तर पर उत्सव निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है:

  • सांस्कृतिक एकता: यह पर्व विभिन्न देशों में भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देता है और स्थानीय लोगों को भारतीय परंपराओं से जोड़ता है।
  • आध्यात्मिकता: माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा विश्व भर में सुख और समृद्धि की कामना का प्रतीक है।
  • सामुदायिक मेलजोल: दीपावली के उत्सव में सभी धर्मों और समुदायों के लोग शामिल होते हैं, जो सामाजिक एकता को बढ़ावा देता है।
  • पर्यावरण जागरूकता: 2025 में कई देशों में पर्यावरण-अनुकूल दीपावली पर जोर दिया जाएगा, जैसे मिट्टी के दीये और कम पटाखों का उपयोग।

दीपावली का उत्सव

  • दीप प्रज्ज्वलन: विश्व भर में लोग अपने घरों और मंदिरों को मिट्टी के दीयों और लाइट्स से सजाते हैं।
  • मिठाइयाँ और उपहार: मिठाइयाँ जैसे लड्डू, बर्फी, और रसगुल्ला बाँटे जाते हैं, और उपहारों का आदान-प्रदान होता है।
  • आतिशबाजी: कई देशों में आतिशबाजी दीपावली की रौनक बढ़ाती है, हालाँकि पर्यावरण के लिए इसका सीमित उपयोग प्रोत्साहित किया जाता है।
  • सांस्कृतिक कार्यक्रम: नृत्य, संगीत, और नाटक जैसे आयोजन दीपावली को और भी विशेष बनाते हैं।

निष्कर्ष

दीपावली 2025, जो 18 से 23 अक्टूबर तक मनाई जाएगी, न केवल भारत बल्कि नेपाल, मलेशिया, श्रीलंका, मॉरीशस, फिजी, अमेरिका, ब्रिटेन, जापान, म्यांमार, और अन्य देशों में भी धूमधाम से मनाई जाएगी। यह पर्व प्रकाश, समृद्धि, और एकता का प्रतीक है। चाहे भारत में दीयों की रौशनी हो या विदेशों में सांस्कृतिक मेलों की चमक, दीपावली विश्व भर में प्रेम और सौहार्द का संदेश फैलाती है। 2025 में पर्यावरण-अनुकूल उत्सव और डिजिटल भागीदारी इसे और भी विशेष बनाएगी। माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश सभी के जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि लाएँ। दीपावली 2025 की हार्दिक शुभकामनाएँ

 

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