रवि किशन, जिनका असली नाम रवींद्र श्यामनारायण शुक्ला है, एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने अपनी कला और मेहनत से बॉलीवुड से लेकर भोजपुरी सिनेमा तक और फिर राजनीति के गलियारों तक का सफर तय किया है। एक छोटे शहर से आकर गोरखपुर जैसे महत्वपूर्ण संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने तक का उनका सफर कई लोगों के लिए एक सच्ची प्रेरणा है।
फ़िल्मी करियर की शुरुआत
रवि किशन का जन्म 17 जुलाई 1969 को मुंबई में हुआ था, लेकिन उनका परिवार मूल रूप से उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से है। एक अभिनेता बनने के उनके सपने ने उन्हें शुरुआती दिनों में बहुत संघर्ष करने पर मजबूर किया। उन्होंने कई छोटी भूमिकाएं निभाईं और संघर्ष के बाद उन्हें पहचान मिली।
उन्होंने 90 के दशक में हिंदी फिल्मों में छोटे-मोटे किरदार निभाए, लेकिन उन्हें असली सफलता भोजपुरी सिनेमा में मिली। उन्होंने अपनी पहली भोजपुरी फिल्म “सइयां हमार” (2003) से दर्शकों के बीच अपनी एक अलग पहचान बनाई। इसके बाद, उन्होंने “पंडित जी बताई ना ब्याह कब होई”, “देवरा बड़ा सतावेला” और “गंगोत्री” जैसी कई सुपरहिट फिल्मों में काम किया। उनका ‘पावर स्टार’ का टैग भोजपुरी फिल्मों से ही आया।
राजनीति में प्रवेश
रवि किशन ने 2019 में राजनीति में प्रवेश किया और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के टिकट पर गोरखपुर से लोकसभा चुनाव लड़ा। यह सीट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीट मानी जाती थी। उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत दर्ज की, और एक लोकप्रिय अभिनेता से एक सफल राजनेता बने।
नेट वर्थ और जीवनशैली
एक अभिनेता और सांसद के रूप में, रवि किशन ने अच्छी संपत्ति अर्जित की है। उनकी कुल संपत्ति करोड़ों में है, जिसमें मुंबई और गोरखपुर में आलीशान घर, लग्जरी कारें और अन्य निवेश शामिल हैं। वह एक आरामदायक और शानदार जीवनशैली जीते हैं, जो उनके सफल करियर को दर्शाती है।
सांसद के रूप में उनकी भूमिका
सांसद बनने के बाद रवि किशन अपने संसदीय क्षेत्र गोरखपुर के विकास के लिए लगातार काम कर रहे हैं। उन्होंने सड़कों, बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए कई पहल की हैं। उन्होंने संसद में भी कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाया है।
लोगों को पसंद आने का कारण और लोकप्रियता
रवि किशन की लोकप्रियता का एक बड़ा कारण उनका बहुमुखी व्यक्तित्व है। वह सिर्फ एक अभिनेता नहीं हैं, बल्कि एक सफल राजनेता भी हैं।
- सादगी और जमीन से जुड़ाव: लोग उन्हें इसलिए पसंद करते हैं क्योंकि वे हमेशा अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं। वह अक्सर भोजपुरी भाषा और संस्कृति को बढ़ावा देते हैं, जो उनके समर्थकों को बहुत पसंद आता है।
- अभिनय और डांस की शैली: उनकी फिल्मों में उनके एक्शन, इमोशनल दृश्य और शानदार डांस मूव्स दर्शकों को खूब आकर्षित करते हैं।
- सार्वजनिक मंचों पर खुलकर बात करना: रवि किशन अपने विचारों को खुलकर व्यक्त करते हैं, चाहे वह राजनीतिक मंच हो या कोई इंटरव्यू। उनकी बेबाकी और पारदर्शिता लोगों को पसंद आती है।
- टूर्नामेंट स्पीकर के रूप में लोकप्रियता: रवि किशन ने कई टीवी शो और क्रिकेट टूर्नामेंट में कमेंटेटर और स्पीकर के रूप में काम किया है। उनका सहज और मनोरंजक अंदाज लोगों को बहुत पसंद आता है, जिससे उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ जाती है।
प्रेरणा और विरासत
रवि किशन का जीवन हमें बताता है कि अगर आप में लगन और मेहनत है, तो आप किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकते हैं। उनका सफर हमें सिखाता है कि विनम्रता और अपने काम के प्रति समर्पण के साथ, एक व्यक्ति किसी भी ऊंचाई तक पहुंच सकता है।
व्यक्तिगत जीवन
रवि किशन का विवाह 1993 में प्रीति शुक्ला से हुआ था और उनके चार बच्चे हैं – एक पुत्र और तीन पुत्रियां। अपने व्यस्त करियर के बावजूद, वे अपने परिवार को पूरा समय देते हैं।
यह वीडियो रवि किशन के एक इंटरव्यू को दर्शाता है, जिसमें वह एक सांसद के तौर पर अपने कार्यों के बारे में बात कर रहे हैं।